होली स्नेह मिलन पर संगीत संध्या एवं सम्मान समारोह आयोजित बीकानेर में सैकड़ों वर्ष से सांप्रदायिक सद्भाव की महान पंरपरा रही हैं-हाजी मकसूद

संस्थान के अध्यक्ष डॉ.सुरेंद्र नाथ ने मां सरस्वती के तेल चित्र पर दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। संस्थान के अध्यक्ष डॉ. सुरेंद्र नाथ ने बताया होली स्नेह मिलन सम्मान समारोह पर सूर्या कला केंद्र संस्थान म्यूजकिल ग्रुप के द्वारा विभिन्न प्रकार के होली के एवं अन्य फिल्मी गानों की प्रस्तुतियां दी गई। जिसमें सुरेश मदान, डॉ.सुरेंद्र नाथ, कुमार महेश,विजय सिंह बिदावत, दिनेश दिवाकर, दलजीत सिंह, सुमन पंवार, महेश कुमार कुकरेजा, के.के. सोनी, ललित दुबे, प्रवीण शर्मा, अजित पाल संधु,राजेश पारीक, कमल श्रीमाली ने कार्यक्रम मे होली के व अन्य गीत प्रस्तुत किये।
इस अवसर पर सामाजिक जीवन मे निष्काम भाव से सेवा देने वाले उधोगपति एवं भाजपा नेता कुणाल कोचर,भाजपा नेता त्रिलोक सिंह चौहान, डॉ. चित्र लेखा सैनी,डॉ.अर्पिता गुप्ता, नर्सिंग कर्मचारी भरत तंवर , समाजसेवी रमेश व्यास, सुरेंद्र सिंह, सैय्यद अख्तर भाई,नरेश खत्री, समाजसेविका विक्की सैनी(बॉस) एवं गायक कलाकारों का संस्थान का मोमेंटो प्रतिक चिन्ह, माला,दुपट्टा पहनाकर अतिथियों के द्वारा सम्मान किया गया।
इस अवसर पर कार्यक्रम मे मुख्य अतिथि के रूप मे बोलते हुए पूर्व महापौर एवं पूर्व न्यास अध्यक्ष हाजी मकसूद अहमद ने कहा कि हमारे बीकानेर मे पिछले सैकड़ों वर्ष से सांप्रदायिक सद्भाव की महान परंपरा रही हैं। यहां के निवासी सभी धर्मों के त्योहार मिलजुल मनाते आ रहे हैं। आज आवश्यकता इस बात की हैं कि हम बीकानेर की इस अनूठी संस्कृति को कायम रखे और देश की सेवा मे सर्वस्व न्यौछावर कर दें।
उन्होंने शायर अजीज आजाद की गजल- मेरा दावा हैं सब जहर उतर जाएगा, तुम मेरे शहर मे दो दिन तो ठहर कर देखों, और साहित्यिकार लक्ष्मीनारायण रंगा की कविता-‘बीकानेर की संस्कृति सबका साझा सीर, दाऊजी मेरे देवता, नौगजा मेरे पीर’ सुनाई।
इस अवसर पर कवि नेमी चंद गहलोत ने काव्य पाठ किया। भाजपा नेता अनिल पाहुजा, इंजीनियर सैय्यद कासिम, सुनिल चावला,कुणाल कोचर ने भी बीकानेर की हिंदू/मुस्लिम एकता पर संबोधन किया।
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