बंद रेल फाटक के चलते एम्बुलेंस में घायल की अटकी सांसें, अस्पताल लाते-लाते मौत।
श्रीडूंगरगढ़ बीकानेर। तोलाराम मारू।एक ओर जहां इलेक्ट्रिक ट्रेन की बात हो रही है तो दूसरी ओर अभी भी रेल फाटकों की समस्या न केवल बीकानेर जिले में बल्कि, पूरे प्रदेश व देश में मुंह बाये खड़ी है। रेल फाटक बंद होने की वजह से जाम में फंसी एम्बुलेंस में घायल की सांसें भी अटक कर रह गई। अस्पताल पहुंचते-पहुंचते घायल की मौत हो गई। इसको लेकर लोगों में भी खासा आक्रोश व्याप्त है। दरअसल, मामला श्रीडूंगरगढ़-बीदासर रेल फाटक का है। जहां कल शाम को रेल फाटक बंद होने की वजह से जाम लग गया और इस जाम में सडक़ हादसे में घायल को ले जा रही एम्बुलेंस फंसकर रह गई। हालांकि दस मिनट ही गेट बंद रहा। तब तक बहुत देर हो चुकी थी। घायल को एम्बुलेंस लेकर श्रीडूंगरगढ़ अस्पताल पहुंची। जहां घायल की मौत हो गई। यदि रेल फाटक बंद नहीं होता या फिर एम्बुलेंस को निकाल दिया जाता तो शायद घायल की जान बच सकती थी। बंद रेल फाटक की समस्या के चलते वहां ओवरब्रिज बनाये जाने की मांग को लेकर स्थानीय लोगों की ओर से धरना भी दिया जा रहा है। धरने पर बैठें लोगों ने आज से अनशन भी शुरू कर दिया है। ऐसे में पहले दिन अनशन पर बैठें भारतीय किसान यूनियन टिकैत के जिलाध्यक्ष पूनमचन्द नैण व आरएलपी प्रवक्ता डॉ विवेक माचरा ने अनशन शुरू किया है। इसको लेकर माचरा ने अपने खून से मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर उनका ध्यान इस ओर आकर्षित करते हुए बंद रेल फाटक की समस्या से निजात दिलाने के लिए ओवरब्रिज बनाये जाने की मांग की है।
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