भारत की आत्मा गांवों में बसती हैं। मुनि चैतन्य
सिटी एक्सप्रेस न्यूज।रूनिया बड़ाबास।मुनि-चैतन्य कुमार "अमन" रुणिया बड़ाबास स्थित भादाणी परिसर में अपना रात्रिकालीन सत्संग प्रवचन करते हुए ग्रामीण जनता को सम्बोधित करते हुए मुनि श्री चैतन्य 'कुमार अमन ने कहा- भारत की आत्मा गांवों में बसती है क्योंकि गांव के लोग सीधे सादे सरल प्रकृति के होते हैं। उनमें किसी प्रकार का छल-कपट का भाव नहीं होता किन्तु वर्तमान के परिवेश में गांवों में भी शहरों की हवा का प्रवेश होने से कुछ विपरीत प्रभाव देखने को मिल रहा है। व्यक्ति के जीवन का अधिकांश भाग केवल आपा धापी भागदौड़ में बीत रहा है। उसे अपनी आत्म कल्याण की बात याद ही नहीं आती।
मुनि अमन ने आगे कहा- व्यक्ति को वर्तमान पर ध्यान 'देना चाहिए। अतीत की चिन्ता और भविष्य की कल्पनाओ में वर्तमान को खोना समझदारी नही अपितु निरी मुर्खता है। मानवजीवन की महत्ता इसी में है कि वह अपना अमूल्य समय भगवदत् भक्ति शास्त्र श्रवण तथा सत्संगत में लगाने का प्रयास करें। आदमी कुछ करे अथवा न करे समय को तो बीतता ही है। पुण्यकार्य में लगाया समय सार्थकता से सम्पन्न होता है और अन्यथा यों ही व्यर्थ में पानी की तरह बह जाता है। अतः प्रत्येक व्यक्ति अपनी समझ श्रम और समय का उपयोग अच्छे कार्यों तथा सत्संगत में करने का प्रयास करें।
गुनि अमन का अपने ननिहाल पक्ष गांव रुणिया बड़ावास में प्रथम बार आगमन पर लोगों ने प्रसन्नता से स्वागत अभिनन्दन किया। दीक्षा के 45 वर्षों में पहली बार आने से स्वयं मुनिवर भी प्रसन्न थे।- इस अवसर पर सुन्दर लाल भादाणी गणेशमल भादाणी, हंसराज भादाणी तिलोक चन्द भादाणी, हड़मान भादाणी, मदन भादाणी, राकेश,पप्पु भादाणी हरखाराम सिलडिया मांगीलाल मेघवाल राजूस्वामी, शिवरतन, अनिल भादाणी आदि अनेक भाई एवं बहने उपस्थित थे।-
No comments