ये सब्जी नहीं, बल्कि हमारे स्वास्थ्य की जड़ी बूंटी
यह केवल सूखी सब्जियां ही नहीं, बल्कि हमारे स्वास्थ्य की जड़ी बूंटियां भी है। दिलचस्प बात तो ये है कि इनको उगाने व लगाने की जरूरत नहीं होती, प्रकृति की गोद में स्वत: ही उग जाती है। जो कि खाने में तो स्वादिष्ट है ही इसके साथ-साथ हमारे स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक है।
अमूमन ये सब्जियां होली के आसपास ही नजर आती है, वरना तो पूरे साल देखने को नहीं मिलती। मिलती भी है तो इनकी कीमत इतनी अधिक होती है कि आमजन की थाली तक नहीं पहुंच पाती। प्रकृति व इन सब्जियों का गहरा नाता भी है।
मौसम परिवर्तन के साथ ही ये सब्जियां बाजार में आ जाती है। सूखी सब्जियों का आचार बनाकर इनको साल तक हम अपने खाने के लिए रख सकते है। ये सब्जियां केवल राजस्थान में ही नहीं, बल्कि पूरे देश व विदेशों तक जाती है।
इनके खाने के शौकीन इसको हर कीमत पर खरीदने के लिए तैयार रहते है। बरहाल शीतला माता के पूजन पर भी इनकी जमकर खरीदारी हो रही है।
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