मोहम्द इकबाल देवडा़ माचिस सग्रंहकर्ता लक्ष्मीनाथ नाथ घाटी पानीं कि पास बिकानेर।
बीकानेर।माचिस का सफर: 1895 में पहली बार अहमदाबाद में बनी, फिर कलकता में 82 साल में 2 पैसे से 2 रूपीया कि हुई माचिस हर घर कि सबसे उपयोगी वस्तुओ में से एक माचिस अब 2 रूपीया माचिस के रेट मिलेगी 13 साल बाद रेट बढाई गई है! माचिस बोक्स मैन्युफैक्चरर्स एसोसियान के निर्णय बाद कच्चे माल कि किमते बढने से अब उपयोक्ताओ को 2 रूपीया वाली माचिस बोक्स में 30 तीलिया से बढकर 55 या 60 से अधिक तीलिया हो गयी है माचिस बोक्स सग्रंहकर्ता मोहम्द इकबाल देवडा के पास देश ओर विदेश कि 11000 माचिस बोक्स का सग्रंह है 1970 में 15 पैसा था ।
देश में अहमदाबाद में माचिस बोक्स का उत्पाद 1895 में शरू हुवा जो 1909 कलकता से माचिस बोक्स उत्पाद होने लगा
पहले माचिस बोक्स किमत 1940+2 पैसा,1950+5 पैसा, 1960+10पैसा,1970+15 पैसा,1980+25 पैसा,1994+50 पैसा,2000+75 पैसा,2008+1रूपीया,2021+2 रूपीया माचिस बोक्स के नाम*हिन्दी-दिया सलाई**बागला-देश लाई**नेपाली-मने सलाई* *तमिल-पिति*कशमीरी-मदक डब्यू*मराठी-कडयाती पेटी*तेलगु-अगिनपुतल*गुजराती-दिवासली*असामिया-जुड़शला*पंजाबी-तीलीपतीला*अरबी-केड्रिला*जर्मन-सेल्जेन*
*मेड्रीन(चिन)-यांगहो*मोहम्द इकबाल देवडा बिकानेर।
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