ब्रेकिंग न्यूज़

एनआरसीसी द्वारा खारिया पतावतान में पशु शिविर व कृषक-वैज्ञानिक संवाद।

बीकानेर 06 अक्टूबर 2022 । भाकृअनुप-राष्ट्रीय उष्ट्र अनुसन्‍धान केन्द्र (एन.आर.सी.सी.) द्वारा अनुसूचित जाति उपयोजना (एससीएसपी) के तहत आज कोलायत के खारिया पतावतान गांव में पशु स्वास्थ्य शिविर एवं कृषक-वैज्ञानिक संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें खारिया पतावतान एवं आस-पास क्षेत्र के करीब 100 पशुपालक सम्मिलित हुए। शिविर में 300 ऊँटों सहित लाए गए कुल 1442 पशुओं (जिनमें गाय, भेड़ व बकरी) को दवाइयां, उपचार एवं उचित समाधान देकर लाभान्वित किया गया।केन्द्र के निदेशक डॉ. आर्तबन्धु साहू ने संवाद कार्यक्रम में शामिल हुए पशुपालकों से उनके पशु व्यवसाय संबंधी पहलुओं पर खुलकर बातचीत की तथा कहा कि भारत सरकार की अनुसूचित जाति के कल्याणार्थ इस उप-योजना का उद्देश्‍य ढांचागत विकास के तहत गरीब-जरूरतमंदों को विभिन्न स्वरूपों में संबल प्रदान करना हैं। डॉ. साहू ने पशुपालकों को पशुओं से अधिक उत्पादन प्राप्ति के लिए जागरूकता के साथ अपने व्यवसाय से जुड़ी उपयोगी जानकारी रखने हेतु विशेष रूप से प्रोत्साहित किया। उन्होंने क्षेत्र के ऊँटों के रखरखाव, उनके आहार-चारे, पोषण तथा उनसे होने वाली आमदनी के बारे में भी ऊँट पालकों से चर्चा की साथ ही ऊँटों के वैज्ञानिक तरीके से प्रबंधन एवं उष्ट्र उद्यमिता संबंधी संभावनाओं की जानकारी लेने हेतु एन.आर.सी.सी.में भ्रमण/प्रशिक्षण हेतु भी प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि बदलते परिवेश में पशुओं को लम्पी जैसे आकस्मिक बीमारियों में पशुपालक भाई, नजदीकी पशु चिकित्सालय या पशु चिकित्सकों से तुरंत सलाह लेकर पशुधन हानि से बचें साथ ही अपने अन्य पशुओं की स्वास्थ्य सुरक्षा का भी विशेष ख्याल रखें। केन्द्र की एससीएसपी उप-योजना के नोडल अधिकारी डॉ.आर.के.सावल, प्रधान वैज्ञानिक ने बताया कि आयोजित पशु शिविर में पशुपालकों की अपने पशुओं सहित उत्साही सहभागिता रही साथ ही उन्होंने संवाद कार्यक्रम में वैज्ञानिकों को खुलकर अपनी समस्याएं बताई। इस दौरान पशुपालकों को पशुओं के लिए आहार चारे की पौष्टिकता संबंधी जानकारी संप्रेषित की गई साथ ही केन्द्र में निर्मित पशुओं के खनिज मिश्रण का भी वितरण किया गया। डॉ. सावल ने स्वच्छता अभियान तहत ‘स्वच्छ दूध उत्पादन‘ संबंधी जानकारी देते हुए पशुपालकों को पशु बाड़ों की साफ-सफाई, स्वच्छ दूध उत्पादन के अन्य पहलुओं के साथ स्वयं को स्वच्छ रखने हेतु प्रेरित किया।इस दौरान केन्द्र के डॉ. सुमन्त व्यास, प्रधान वैज्ञानिक ने पशुओं के जनन एवं इनमें आने वाली समस्याओं की जानकारी दी तथा जननी-नवजात के जीवन की सुरक्षा हेतु पशु चिकित्सक की सेवाएं लेने की बात कही साथ ही पशुओं की शारीरिक क्रियाओं आदि की भी जानकारी दी।
केन्द्र के पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ.काशी नाथ ने शिविर में लाए गए पशुओं की स्वास्थ्य स्थिति के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि पशुओं में खाज-खुजली (मेंज), कमजोरी, भूख कम लगना एवं बाह्य परजीवी रोग देखे गए जिनके उपचार हेतु पशुओं को दवा दी गई साथ ही पेट के कीड़े मारने की दवा पिलाई गई। इस अवसर पर कोलायत तहसील के एसडीएम श्री प्रदीप चाहर ने भारत सरकार की इस योजना के महत्व पर प्रकाश डाला तथा इसके सफल क्रियान्वयन में एनआरसीसी की सक्रियता को भी सराहा। इस शिविर कार्यक्रम में पशुपालन विभाग कोलायत के पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. विजय तंवर, डॉ. हितेश बागड़ी, भीकाराम रिंकू यादव तथा खारिया पतावतान गांव के सरपंच श्री भवानी शंकर ने शिरकत की तथा शिविर के सफल आयोजन में महत्वपूर्ण सहयोग प्रदान किया। पशु स्वास्थ्य कैम्प में केन्द्र के श्री मनजीत सिंह, वरिष्ठ तकनीकी अधिकारी ने पशुपालकों के पंजीयन, उपचार, दवा व पशु आहार वितरण जैसे विभिन्न कार्यों में सक्रिय सहयोग प्रदान किया गया।

No comments