एग्री-स्टार्टअप कॉनक्लेव एवं किसान सम्मेलन में एनआरसीसी पहुंचे किसान।
बीकानेर 17 अक्टूबर 2022 । भाकृअनुप-राष्ट्रीय उष्ट्र अनुसन्धान केन्द्र द्वारा विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों के किसानों को कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय की ओर से आज दिनांक को आयोजित एग्री-स्टार्टअप कॉनक्लेव एवं किसान सम्मेलन से ऑनलाइन रूप से जोड़ा गया। आईसीएआर-आईएआरआई, नई दिल्ली में आयोजित इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण केन्द्र सभागार में किया गया जिसमें बीकानेर एवं कोटड़ी, कानासर, गंगाशहर, करमीसर, भीनासर, अम्बासर, लालगढ़, सालासर, झझू, झुंझुनू, देशनोक, बेलासर के लगभग 135 पुरुष एवं महिला किसानों ने शिरकत कीं ।
पीएम किसान सम्मान निधि सम्मेलन के ऑनलाइन प्रसारित कार्यक्रम के अवसर पर प्रधानमंत्री महोदय द्वारा देशभर के किसानों को संबोधित किया गया तथा उन्हें 12 वीं किश्त के रूप में 16 हजार करोड़ रुपये हस्तांतरित किए गए वहीं उन्होंने इस अवसर पर विभिन्न नूतन प्रौद्योगिकी, प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केन्द्रों एवं कई परियोजनाओं का शुभारम्भ किया। उन्होंने ‘ जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान एवं जय अनुसन्धान’ की भावना को लेकर कार्य करने की महत्ती आवश्यकता जताई। इस ऑनलाइन सम्मेलन के पश्चात् केन्द्र के निदेशक डॉ. आर्तबन्धु साहू ने कार्यक्रम के संबंध में अपने विचार रखते हुए कहा कि हमारे किसान भाइयों को भारत सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के प्रति जागरूक बने रहने के लिए इस प्रकार के कार्यक्रमों का भरपूर लाभ लेना चाहिए । इस अवसर पर डॉ.साहू ने उष्ट्र प्रजाति के संरक्षण एवं संवर्द्धन हेतु किए जा रहे प्रयासों की जानकारी देते हुए कहा कि किसान एवं पशुपालक, ऊँट व्यवसाय से अधिकाधिक लाभ लेने हेतु इसे दुग्ध व्यवसाय के रूप में अपनाएं क्योंकि यह ‘औषधीय गुणों का भण्डार’ है तथा मधुमेह, टी.बी., ऑटिज्म, एलर्जी आदि में कारगर पाया गया है । डॉ.साहू ने केन्द्र की उष्ट्र पर्यटनीय गतिविधियों तथा इससे होने वाले राजस्व की बात करते हुए किसानों को प्रोत्साहित किया कि वे पर्यटन आदि दृष्टिकोण से इस पशु की बहुआयामी उपयोगिता को समझें तथा इसे आमदनी का जरिया बनाए।इस अवसर पर केन्द्र के प्रधान वैज्ञानिक डॉ.आर.के.सावल, किसान प्रतिनिधि के रूप में श्री श्रीगोपाल उपाध्याय, बीकानेर ने भी अपने विचार रखे। एनआरसीसी में आए सभी किसानों के प्रति धन्यवाद प्रस्ताव डॉ.सुमन्त व्यास, प्रधान वैज्ञानिक ने दिया तथा इस कार्यक्रम के सुचारू संचालन हेतु डॉ.वेद प्रकाश, नोडल अधिकारी द्वारा रूपरेखा तैयार की गई ।
No comments