पंडित नेहरू की जीवन यात्रा पर आधारित प्रदर्शनी से मिलेगी प्रेरणा - जिला कलक्टर बाल दिवस पर सूचना केंद्र में प्रदर्शनी शुरू।
बीकानेर, 14 नवंबर। देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के जन्मदिवस (बाल दिवस) के अवसर पर सोमवार को सूचना केंद्र प्रदर्शनी में पांच दिवसीय प्रारंभ हुई।जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। इस अवसर पर जिला कलक्टर ने कहा कि पंडित नेहरू को बच्चों से विशेष लगाव था। इसलिए उनका जन्मदिन बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है।
उन्होंने कहा कि इस प्रदर्शनी में पंडित नेहरू के जीवन वृतांत, कृतित्व और राजस्थान की विकास यात्रा में उनके योगदान को चित्रों के माध्यम से दर्शाया गया। उन्होंने नगर निवासियों को प्रदर्शनी का अवलोकन करने की अपील करते हुए कहा कि इससे लोगों को प्रेरणा मिल सकेगी। साथ ही राजस्थान के विकास से जुड़ें प्रसंग भी देखने को मिलेगा।
सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के सहायक निदेशक (जनसंपर्क) हरिशंकर आचार्य ने बताया कि प्रदर्शनी में पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के राजस्थान यात्रा एवं राजस्थान से जुड़े उनके जीवन की 50 फोटो प्रदर्शित की गई। सवाई मानसिंह स्टेडियम के उद्घाटन तथा पंचायती राज व्यवस्था शुरू करने सहित उनके जीवन के राजस्थान से जुड़े फोटो लगाए गए हैं।
उन्होंने बताया कि आमजन शुक्रवार तक प्रदर्शनी का अवलोकन कर सकते हैं।इस अवसर पर सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता मुकेश गुप्ता, जनसंपर्क अधिकारी भाग्यश्री गोदारा, अधिशासी अभियंता नरेश जोशी, सहायक अभियंता सीपी बोहरा,
राजस्थानी भाषा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी के कोषाध्यक्ष राजेंद्र जोशी, पूर्व संयुक्त निदेशक (जनसंपर्क) दिनेश सक्सेना, राजेंद्र कुमार भार्गव, डॉ. चंद्र शेखर श्रीमाली, फिरोज खान, बृजेंद्रसिंह, प्रियांशु आचार्य, परमनाथ सहित विभिन्न लोग मौजूद थे।
उन्होंने बताया कि आमजन शुक्रवार तक प्रदर्शनी का अवलोकन कर सकते हैं।इस अवसर पर सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता मुकेश गुप्ता, जनसंपर्क अधिकारी भाग्यश्री गोदारा, अधिशासी अभियंता नरेश जोशी, सहायक अभियंता सीपी बोहरा,
राजस्थानी भाषा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी के कोषाध्यक्ष राजेंद्र जोशी, पूर्व संयुक्त निदेशक (जनसंपर्क) दिनेश सक्सेना, राजेंद्र कुमार भार्गव, डॉ. चंद्र शेखर श्रीमाली, फिरोज खान, बृजेंद्रसिंह, प्रियांशु आचार्य, परमनाथ सहित विभिन्न लोग मौजूद थे।
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