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गाय-गांव स्वावलम्बन यात्रा के लंपी मुआवजा हेतु जनजागरण के प्रथम चरण में आज लूणकरणसर शिवमन्दिर प्रांगण में गौपालकों की सभा हुई ।

 बीकानेर।गाय-गांव स्वावलम्बन यात्रा के लंपी मुआवजा हेतु जनजागरण के प्रथम चरण में आज लूणकरणसर शिवमन्दिर प्रांगण में गौपालकों की सभा हुई जिसमें लूनकरनसर के सभी गांवों के गोपालक इकट्ठा हुए राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित वेद्य श्रवण सिंह राठौड़ की अध्यक्षता में गोपालको की सभा हुई। यात्रा के राष्ट्रीय संयोजक चौधरी महेंद्र सिंह गोदारा ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि 2022 का साल गाय और गोपालको के लिए आपदा का वर्ष था जो कि अभी भी निरंतर बना हुआ है ।राजस्थान राज्य की 60% जनसंख्या गोपालन और दुग्ध व्यवसाय पर निर्भर है इस समय 20% जनसंख्या बेरोजगार हो गई है उनके सामने रोजी-रोटी के लाले पड़े हुए हैं। किसी ने भी गाय की दुर्दशा पर ध्यान नहीं दिया यह बड़े अफसोस और दुख की बात है। यात्रा के प्रदेश संयोजक गोस्वामी शीशपाल गिरी ने कहा की गायों एवं गोपालको के लिए वह सदा ही साथ खड़े हैं। उनके संघर्ष के लिए लगातार प्रयास करते रहेंगे। अभी तो शुरुआत हुई है हमने निरंतर गाय, गंगा, गीता, गुरु और गांव पर कार्य करते रहने का संकल्प लिया है। आप सब भी जातिवाद और राजनीति से ऊपर उठकर गाय की सेवा करें।
 एडवोकेट विनोद आर्य ने कहा कि सभी गौपालक अपने क्षेत्र के अन्य गौपालकों के साथ सहयोग करें। ग्राम समितियां बनाकर गौपालकों का आपसी सहयोग और विकास को हम मजबूत करेंगे।
राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित वैद्य श्रवण सिंह राठौड़ ने सभा का धन्यवाद ज्ञापित किया।सभा के अंत मे सभी गौपालक एक विशाल रैली में नारे लगाते हुए उपखण्ड अधिकारी को ज्ञापन देने पहुंचे, उपखण्ड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा।

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