विद्यालय में समग्र विकास एवं पर्यावरण स्थिरता पर हुई कार्यशाला ।
उमेश कुमार मोदी। सिटी एक्सप्रेस न्यूज।सीकर 16 मार्च। राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय उजीन सिंह का नाडा बेरी में गुरूवार को विद्यार्थियों को प्रारंभिक स्तर से ही स्कूल के भीतर वातावरण के बारे में अपने स्थानीय ज्ञान को विकसित करने की सुविधा मिले, इसके लिए भारत सरकार और राज्य सरकार द्वारा विभिन्न स्कूलों में यूथ और इको क्लब स्थापित किए गए। इसी के तहत पर्यावरण स्थिरता के लिए स्थानीय ज्ञान, स्वास्थ्य पोषण, जलवायु और स्वच्छता के लिए जागरूकता को मजबूत करने के लिए स्कूलों में समग्र विकास एवं पर्यावरण स्थिरता की योजना प्रारंभ की गई है। विद्यालय में वर्मी कंपोस्ट (केंचुआ खाद) बनाने की यूनिट का शुभारंभ किया गया।
प्रधानाध्यापक राजकमल जाखड़ ने बताया कि बच्चों के समग्र विकास के लिए कक्षाओं से परे जाकर पहलुओं को कवर करने के लिए समावेशी गतिविधियां के माध्यम से सीखने के अवसर मिल सके। पर्यावरण की सुरक्षा और इसे बनाए रखने के लिए विद्यार्थियों में प्राथमिक स्तर से और स्थानीय ज्ञान का विकास हो और विश्व पर्यावरण की जो थीम है इको सिस्टम रेस्ट्रोशन रेइमेगिंग की संकल्पना की क्रिया विधि के लिए व हरियाली को बनाए रखने, जल संरक्षण पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। इसी थीम को ध्यान में रखते हुए विद्यालय में स्थानीय वातावरण और जैव विविधता पर जल प्रबंधन, जलवायु परिवर्तन, व्यक्तिगत और सामुदायिक स्वच्छता और कचरा प्रबंधन को लेकर विद्यार्थियों को विस्तार से बताया गया।
कार्यक्रम प्रभारी मंजू देवी ने बताया कि विद्यालयों में उच्च प्राथमिक विद्यालय के लिए 10 हजार रूपये की राशि और प्राथमिक विद्यालय के लिए 5 हजार रूपये की राशि सरकार द्वारा निर्धारित की गई है।
इस अवसर पर कल्पना देवी, सुनीता देवी, रेखा सैनी, सुनीता मीणा, ईश्वर सिंह, विमला देवी, सुमन देवी, गिरवर सिंह, शंकर सिंह, मंगल चंद, राम कुमार सहित अनेक ग्रामवासी और विद्यार्थी उपस्थित रहे।
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