ब्रेकिंग न्यूज़

अनेकांत का सिद्धांत आज के जीवन में भी प्रासंगिक , भक्ति का अधिकारी वही जो प्रभु बनने की तैयारी में तत्पर है "साध्वी धनश्री भगवान महावीर के जन्म कल्याणक दिवस पर कार्यक्रम आयोजन।

सिटी एक्सप्रेस न्यूज।कोटा 03 अप्रैल । श्री जैन श्वेतांबर तेरापंथी सभा के तत्वाधान में गुलाबबाड़ी स्थित तेरापंथ भवन में आचार्यश्री महाश्रमण की सुशिष्या शासन श्री साध्वी धनश्री ठाणा-4 के पावन सानिध्य में भगवान महावीर के जन्म कल्याणक दिवस पर भव्य एवं मंगलमय कार्यक्रम आयोजित किया गया । कार्यक्रम का प्रारंभ तेरापंथ युवक परिषद के अध्यक्ष भाई आनंद दुग्गड , भाई महावीर हीरावत एवं सौरव दस्साणी ने मंगलाचरण की प्रस्तुति से किया ।प्रेरक उद्बोधन में शासन श्री धनश्री ने कहा कि आचार्य भगवन के शब्दों में समता के तीन आयाम मैत्री भावना, सहनशीलता एवं निर्भयता ये हृदयस्थ बैठ जाते है वहां प्रभु बनने की तैयारी हो जाती है महावीर ने कहा तुम भगवान बन सकते हो पुरुषार्थ आपका साथी होना चाहिए । जिसमे दृढ़ निश्चय शक्ति चेतना का जागरण होता है वो प्रभु बनने का मार्ग प्रशस्त करता है । भगवान महावीर का अनेकांत का सिद्धांत आज के जीवन में बहुत ही प्रासंगिक हैं।साध्वी शील यशा ने भी भगवान महावीर की जीवनी का वृतांत सुनाया ।साध्वी सलिलयशा,एवं विदितप्रभा ने भगवान महावीर के जीवन पर गीतिका की मंगल प्रस्तुति दी ।
ज्ञानशाला के बच्चो ने महावीर का नाम का नाम जग में मंगल है , ले लो प्रभु का नाम जग में मंगल है के गीत से श्रावको को मंत्रमुग्ध कर दिया , बच्चो को पुरस्कृत किया गया ।महिला मंडल की सदस्यों ने त्रिशला मां के चौदह स्वप्नों का सजीव चित्रण करते हुए , नाट्य की रोचक प्रस्तुति दी ।
सभा अध्यक्ष संजय बोथरा मंत्री धरमचंद जैन, अणुव्रत समिति के भूपेंद्र बरडिया, महिला मंडल की सुनीता जैन ने अपने विचार प्रस्तुत किए ।
सभा मंत्री धरमचंद जैन ने आगंतुकों का आभार व्यक्त किया कार्यक्रम का मधुर संचालन साध्वी सलिल यशा ने किया ।


No comments