बीकानेर सावन के दूसरे सोमवार और सोमवती अमावस्या को बीकानेर धर्म नगरी में दिनभर भगवान महादेव को प्रसन्न करने के लिएं अभिषेक,पूजा, अर्चना विशेष श्रंगार हुआ ।
बीकानेर सावन के दूसरे सोमवार और सोमवती अमावस्या को बीकानेर धर्म नगरी में दिनभर भगवान महादेव को प्रसन्न करने के लिएं अभिषेक,पूजा, अर्चना विशेष श्रंगार हुआ ।जस्सूसर गेट बाहर करणी माता मंदिर में हरियाली अमावस्या पर हवन व और मंदिर के परिसर में नर्वदेश्वर महादेव का सहस्त्रधारा अभिषेक हुआ पंडित दीनदयाल जोशी ने बताया कि हरियाली अमावस्या के दिन और आज सावन के दूसरे सोमवार को सोमवती अमावस्या होने के कारण इस दिन महादेव के पूजन करने से हजारों गुना फल मिलता है जिससे महादेव जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं और भक्तों को मनचाहा वरदान देते हैं । मंदिर में अखंड शिव सहस्त्रधारा अभिषेक के बाद सहस्त्रार्चन हुआ। जिसमें विल्व पत्र, वेल, केला, धतूरा, पेड़ा, लौंग, इलाइची, गुलाब पुष्प, काजू, बादाम, किसमिस, सुपाड़ी, जनेऊ, गंध आदि साम्रगी भगवान शिव को 1008 नाम के साथ अर्पित की । हर सामग्री 1008 संख्या थी।
पंडित दीनदयाल जोशी ने बताया की भगवान विष्णु से सुदर्शन चक्र प्राप्त करने के लिए काशी में भगवान शिव का सहस्त्रधारा अभिषेक एवं सहस्त्रार्चन किया था। इससे प्रसन्न होकर शिवलिंग से प्रकट हुए भगवान शिव ने उन्हें सुदर्शन चक्र भेंट किया था। तभी से यह सहस्त्रधारा और सहस्त्रार्चन अनुष्ठान शुरू हुआ था ।
मंदिर में गोरधन सोनी, किशोर गहलोत ,हेमंत महाराज दाऊलाल, रमेश उपाध्य ,मनोज सेवक आदि भक्त मौजूद थे।




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