भागवत मर्मज्ञ भवानी शंकर पारीक ने कालिया नाग पर कृष्ण नृत्य का भाव विभोर वर्णन किया।
सुजानगढ़ ( नि.सं.) श्रीमद्भागवत कथा के पांचवे दिन सांडवा वाले भागवत कथा वाचक महाराज भवानी शंकरजी ने अपनी सुमधुर ललित वाणी से श्रोताओं का मन मोह लिया, उनके द्वारा की गई व्याख्या से जन मानस झूमने और नाचने लगा ।
विशिष्ट श्रोता के रूप में बीकानेर से पधारे दंपत्ति हेमा - शशिकांत मोदी ने महाराज द्वारा वर्णित कथा का और कृष्ण बाल लीला के अति सुंदर वर्णन का आनंद लिया । तो उपस्थित लोगों ने कृष्ण प्रेम में जहां अपने आंसू छलकाए तो उसी प्रेम में झूम कर और नाच कर खूब आनंद उठाया । ज्ञातव्य रहे कि सुजानगढ़ में नया बास स्थित पारीक मंदिर के पास यह कथा अमृत पान करवाने का श्रेय दंपत्ति रांकावत परिवार की भागवत प्रेमी अंबिका देवी और मनोज कुमार स्वामी को जाता है जिन्होंने अपने ही परिवार सुपुत्र हिमांशु, ख्याति, कोमल, मानसी व कनक प्रभा - जामाता नरेन्द्रजी स्वामी आदि के साथ मिल कर कथा का भव्य आयोजन करवाया जिसका सुजानगढ़ की आम जनता को फायदा मिला । आयोजक अंबिका स्वामी ने बताया कि कल कृष्ण रुक्मणि के विवाह प्रसंग का भव्य आयोजन होगा ।
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