ब्रेकिंग न्यूज़

बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय के नवनियुक्त कुलपति डॉ अम्बरीश शरण विद्यार्थी की अध्यक्षता में आयोजित हुई प्रथम बैठक

 

बीकानेरबीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालयबीकानेर के नवनियुक्त कुलपति डॉ अम्बरीश शरण विद्यार्थी की अध्यक्षता में वीडियो कोंफ्रेंस के माध्यम से प्रथम ऑनलाइन इंटरेकशन बैठक का आयोजन हुआ। जिसमें कुलपति दुवारा विश्विद्यालय प्रशासन के साथ परिचय किया गया एवं ऑनलाइन संवाद के माध्यम से विश्वविद्यालय के अकादमिक एवं प्रशासनिक विभाग के अधिकारियों की वर्तमान प्रगति रिपोर्ट प्राप्त की और उन्हें विस्तृत दिशा-निर्देश प्रदान किए साथ ही उन्होंने कुलसचिव, प्राचार्यो, डीन, संकाय सदस्यों और विभागों संकायों के प्रभारियों के साथ वर्तमान कार्यो की समीक्षा की और जानकारी प्राप्त की।

प्रथम बैठक में उन्होंने विश्वविद्यालय के एक्रीडेशन की प्राथमिकता को मुख्य एजेंडे में शामिल किया है। उन्होंने सभी विभागों को आगामी लक्ष्य

 निर्धारित करने और उदेश्यात्मक विस्तृत कार्य-योजना तैयार करने के निर्देश दिए है।

सहायक जनसम्पर्क अधिकारी विक्रम राठौड़ ने बताया की नवनियुक्त कुलपति डॉ अम्बरीश का विश्विद्यालय प्रशासन दुवारा स्वागत के साथ बैठक की शुरुवात हुई, निदेशक अकादमिक डॉ यदुनाथ सिंह दुवारा कुलपति को  विश्वविद्यालय की वर्तमान अकादमिक व्यवस्थाओ से जुड़ी जानकारीया और कार्य प्रणाली से अवगत कराया गया एवं उन्होंने अकादमिक विभाग की वर्तमान रुपरेखा बीटीयू की स्थापना और कार्यो से जुड़ी प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की।
डीन एफओई डॉ एस के बंसल दुवारा कुलपति को विश्विद्यालय से सम्बन्धित अधिसूचना, अधिनियम, नियम और परिनियमों की जानकारी प्रदान की गयी।
ईसीबी प्राचार्य डॉ जेपी भामू दुवारा ईसीबी महाविद्यालय को संघठक महविद्यालय घोषित करने और राज्य सरकार के साथ की जाने वाले आगामी रुपरेखा से अवगत कराया गया। 
यूसीईटी प्राचार्य डॉ वाई एन सिंह महाविद्यालय की अकादमिक रुपरेखा प्रस्तुत की और संचालित विभिन्न गतिविधियों की जानकारी प्रदान की।
डीन हयूमन वेल्यू डॉ अल्का स्वामी ने में मानवीय मूल्य प्रकोष्ठ की उपलब्धियों, कोर्सों और सम्बद्ध महाविद्यालयों में इसके क्रियान्वयन के बारे में अवगत कराया।  डीन इंडस्ट्री डॉ अजीत पुनिया एवं डीन स्टूडेंट वेलफेयर डॉ नरपत सिंह शेखावत ने भी सम्बंधित विभागों की कार्य गतिवीधियो से कुलपति को अवगत कराया । विश्विद्यालय के अकादमिक एवं प्रशासनिक विभागों, प्रकोष्ठों के प्रभारियो दुवारा अपने-अपने  विभाग से जुडी प्रगति कार्यवाही की जानकारी प्रदान की। परिचय सत्र के पश्चात कुलपति ने ईसीबी और यूसीईटी को आगामी पाँच वर्षो की अकादमिक कार्य योजनाओं और रोडमैप तैयार करने और सभी विभागों के कार्यो की समीक्षा करते हुए और उन्हें भविष्य की प्राथमिकता निर्धारण के साथ विश्वविद्यालय की प्रगति का नया एजेंडा तैयार करने की दिशा-निर्देश प्रदान किए। इस अवसर पर नवनियुक्त कुलपति ने विश्वविद्यालय के सभी अधिकारीगणों से शिष्टाचार वार्ता की और उनसे परिचय किया।

 


कुलपति प्रो. विद्यार्थी ने अधिकारीयों को संबोधित करते हुए एक्रीडेशन की प्राथमिकता को मुख्य एजेंडे में शामिल करने पर जोर दिया है। उन्होंने कहा की हम सभी को आपसी समन्वय और सहयोग से विश्वविद्यालय की सर्वांगीण विकास प्राथमिकता को निर्धारित करना होगा। वैश्विक शैक्षिक परिदृश्य के अनुरूप हमें और अधिक सक्षम और मजबूत बनाना होगा। हम सभी को एक सशक्त टीम के रूप में काम करते हुए वर्तमान चुनोतियों के निपटाना होगा। उच्च शिक्षा की शोध, अनुसन्धान  और अकादमिक उत्कर्षता के साथ हमें इस लक्ष्य को प्राप्त को करना होगा। हमें शैक्षणिक गुणवत्ता की और विश्वविद्यालय की रैंकिंग की और ध्यानाकर्षित करना होगा साथ ही हमें विधार्थियों के कौशल विकास एवं व्यक्तित्व विकास के लिए भी काम करना हैं। समय के साथ तकनीकी शिक्षा के नवाचारो को की भूमिका बढ़ी है हमें हमारे ज्ञान और कौशल में वृद्धि करनी होगी। विश्विद्यालय का प्रयास रहेगा की राष्ट्रिय शिक्षा निति के सुधारात्मक बिन्दुओ का समावेश कर विश्विद्यालय का शैक्षणिक उन्नयन किया जाए। प्रचलित पाठ्यक्रम में नवाचारो को अपनाने के साथ हमे तकनीकी शिक्षा में नए रोजगारपरक पाठ्यक्रम को अपनाना होगा ताकि हम विधार्थियों को रोजगारउन्मुखी शिक्षा प्रदान कर सके। विश्वविद्यालय की समग्र प्राथमिकता को सुनिश्चित किया जाना हमारा मुख्य ध्येय रहेगा साथ ही उपलब्ध संसाधनों का उपयोग करते हुए बीटीयू को प्रदेश की “उत्कृष्ट विश्वविद्यालय” की अग्रणी पंक्ति में शामिल करने का हम सभी  को सामूहिक प्रयास करने होंगे। तकनीकी शिक्षा की नवीनतम प्रणालियों को अपनाते हुए हम विधार्थियों के लिए ऐसा विकसित माहौल तैयार करेंगे जो  उन्हें तकनीकी रूप से उन्नत करेगा।

 

ज्ञान आधारित व्यवस्था के वर्तमान युग में देश की सामाजिक आर्थिक विकास में तकनीकी शिक्षा महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। पूरी दुनिया में तकनीकी शिक्षा की भूमिका और महत्व को रेखांकित किया गया है, उन्होंने तकनीकी शिक्षा की संरचनात्मक व्यवस्था में वर्तमान वैश्विक शिक्षा के अनुरूप परिवर्तन को सकारत्मक पहल बताते हुए कहा की हमारा प्रयास रहेगा की वैश्विक मानको के अनुरूप हमारे विश्वविद्यालय के विद्यार्थी उच्च शैक्षिक व्यवस्था का हिस्सा बने। इंजीनियरिंग के विधार्थियों को शोध और अनुसंधना के जोड़ने के लिए हम एक विस्तृत कार्य-योजना पर कार्य करेंगे । नवीनतम टेक्नोलॉजी के साथ विश्वविद्यालय को हाईटेक बनाने का प्रयास किया जाएगा, डिजिटलीकरण के माध्यम से विधार्थियों को कौशल विकास में दक्ष बनाना जाएगा विश्वविद्यालय में सभी के सहयोग से शिक्षा की गुणवत्ता बनाए रखने के साथ ही छात्र सुविधाओं पर विशेष जोर देना प्राथमिकता होगी। शिक्षकोंकर्मचारियों और छात्रों से संवाद स्थापित कर उनकी समस्याओं का त्वरित समाधान कराया जाएगा। छात्रों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाना और उनके लिए अच्छा शैक्षणिक माहौल तैयार करना विश्वविद्यालय का उद्देश्य रहेगा। तकनीकी शिक्षा में नव अकादमिक योजनाओं का सृजन कर हम हमारे विद्यार्थियो का सशक्त करने का पुरजोर प्रयास करेंगे।

राजस्थान प्रदेश तेजी से विकास कर रहे राज्यों में से एक है और विकास में वृद्धि करने हेतु यह अत्यंत आवश्यक है कि प्रदेश में उपलब्ध जनशक्तितकनीकी रूप से प्रशिक्षित एवं विश्व-स्तरीय माँग के अनुरूप हो। सर्वविदित है कि सर्वांगीण विकास हेतु तकनीकी क्षेत्रों में प्रशिक्षितकुशल एवं दक्ष मानव शक्ति की भूमिका सर्वोपरि है और इसी माँग को पूरा करने के लिए बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय इस संकल्पना के साथ वृहत कार्य योजना पर कार्य करते हुए प्रदेश में तकनीकी शिक्षा का सिरेमौर बनने के दिशा में सफल प्रयास करेगा

No comments