संघर्ष: वे खुद देख नहीं सकते कि उनकी आवाज के हजारों कायल।
उमेश कुमार मोदी।सीकर। सिटी एक्सप्रेस न्यूज।यदि मन में कुछ करने का जुनून हो तो मुसीबत भी आड़े नहीं आ सकती है। यह साबित कर दिखाया है सीकर निवासी नेत्रहीन मोहित शर्मा ने। आज करणी माता गौशाला चेलाशी में गौ माता की सेवा कर के मनाया अपना जन्म दिन, इस मौके पर मदद फाउंडेशन की साधना सेठी ने, व श्री करणी माता गौशाला चेलासी के कोषाध्यक्ष झाबर सिंह ने, ओम प्रकाश कुमावत, ज्योति तनवानी, ने, मोहित का सम्मान किया, राकेश शर्मा ने बताया की,वह देख नहीं सकते, लेकिन उनकी सुरीली आवाज का हर कोई कायल है। जिले में ऐसा कोई राजकीय कार्यक्रम नहीं होता जिसमें मोहित की आवाज सुनने को नहीं मिले। अब तक कई कलक्टर और कई जनप्रतिनिधि मोहित को सम्मानित कर चुके हैं। मोहित ने भी बिना विशेष शिक्षकों के सीकर के राजकीय स्कूल से पढ़ाई की। मोहित ने कक्षा दसवीं में 81 फीसदी अंक हासिल किए हैं। कक्षा 12 वीं में मोहित ने 96.80 फीसदी अंक हासिल कर सीकर का मान बढ़ाया। फिलहाल वह बीएड की पढ़ाई करने में जुटे है। उनका कहना है कि नेत्रहीन बच्चों की जिदंगी संवारने के लिए उन्होंने शिक्षक के पेशे को चुना है। नेत्रहीन मोहित जवाहर कला केन्द्र जयपुर में मंचित नाटक अन्नत की आंखों में अहम रोल निभा चुके है। शिक्षा के क्षेत्र विभिन्न खेल व संगीत प्रतियोगिताओं में बाजी मारने पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की ओर से राज्यस्तरीय विशेष योग्यजन पुरस्कार दिया गया। मोहित का संघर्ष प्रदेशभर के दिव्यांगों के लिए एक मिसाल है।
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