सुमेरु भजन संध्या " मैं तेरा..." में बही सुमधुर सुर लहरियां... झूमने पर मजबूर हो गए श्रद्धालु
बीकानेर। दी आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर के जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में संस्था के बीकानेर केंद्र की ओर से आयोजित सुमेरु भजन संध्या " तेरा मैं..." में साधकों ने आंनद विभोर होकर भक्ति सागर में भरपूर गोते लगाए। आर्ट ऑफ लिविंग ब्यूरो कम्यूनिकेशन के बीकानेर जोन के मीडिया कॉआर्डिनेटर गिरिराज खैरीवाल ने बताया कि ट्रांसपोर्ट गली, रानी बाजार स्थित कथूरिया भवन में आयोजित इस भजन संध्या में अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त सुमेरु भजन गायक जितेंद्र सारस्वत ने विभिन्न भक्ति गीतों एवं भजनों की बहुत ही शानदार प्रस्तुतियां देकर उपस्थित साधकों को सम्मोहित कर दिया। कार्यक्रम की शुरुआत गणेश वंदना और गुरु के गुणगान से आपूरित भजनों के साथ हुई।जैसे ही सारस्वत ने "जागो मां..." गीत की प्रस्तुति शुरू की... दर्शकों से खचाखच भरा हॉल थिरकने लगा। "तेरे आने की खबर जब महके...", भजन के सुर जैसे ही सारस्वत ने लगाए, उपस्थित श्रोता आनंद से विभोर हो गये। "हमें रास्तों की जरूरत नहीं..." , "सांसों की माला मैं सिमरूं...," मुझको जमीं आसमां मिल गए... " भजनों की मधुर सुर लहरियों ने कार्यक्रम में उपस्थित दर्शकों व बच्चों इत्यादि सभी को आनंद में गोते लगाने पर मजबूर कर दिया। इस अवसर पर दूध से बना केक काटकर श्री श्री का जन्मोत्सव सेलीब्रेट किया गया। खैरीवाल के मुताबिक इस अवसर पर लगभग 200 से अधिक साधकों ने शिरकत करते हुए अद्भुत आनंद की अनुभूति प्राप्त की।
खैरीवाल ने बताया कि अपेक्स राजेश मुंजाल, अनिल खजांची, वरिष्ठ प्रशिक्षिका साधना सारस्वत, आशी जैन, रितुबाला सोनी, गीता भटनागर, अजय खत्री, राजकुमार भटनागर, जानकी वल्लभ पुरोहित, खुशाल खत्री, परताराम चौधरी, प्रकाश शर्मा, राकेश छाजेड़, रामदेव सुथार, स्वाति शर्मा, भव्या कट्टा, लोकेश चतुर्वेदी, दमयन्ती सुथार, पृथ्वी सिंह, राकेश अग्रवाल, सुभाष दाधीच, प्रिया शर्मा, विजय सिंह, विवेकानंद आर्य, पंकज भटनागर, अमरचंद इत्यादि सहित बड़ी संख्या में डिवोटिज उपस्थित थे।

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