534वें बीकानेर नगर स्थापना दिवस के अवसर पर मुक्ति संस्था एवं साझी विरासत का मुख्य समारोह* *बीकानेर के विकास में सांझे मंच की जरूरत: कल्ला* *बीकानेर में विकास की संभावनाएं तलाश रही दुनिया की बड़ी कम्पनियाँ: मेघवाल
बीकानेर/ 13अप्रैल / मुक्ति संस्था एवं साझी विरासत,बीकानेर के संयुक्त तत्वाधान में बीकानेर नगर स्थापना दिवस के अवसर पर दो दिवसीय कार्यक्रमों की श्रंखला में गुरुवार को मुख्य समारोह का ऑनलाइन आयोजन किया गया । आयोजन में बीकानेर :दशा और दशा विषय पर आयोजित विचार संगोष्ठी के मुख्य अतिथि राजस्थान सरकार के ऊर्जा एवं जनस्वास्थय मंत्री डॉ बी डी कल्ला थे, कार्यक्रम की अध्यक्षता केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने की, कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि उच्च शिक्षा मंत्री श्री भंवर सिंह भाटी,नोखा विधायक बिहारीलाल बिश्नोई एवं महापौर श्रीमती सुशीला कंवर थी ।

वरिष्ठ साहित्यकार बुलाकी शर्मा ने स्वागत भाषण करते हुए दो दिवसीय कार्यक्रमों की रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए कहा कि वैश्विक महामारी को रोकने में धैर्य और संयम की जरुरत है।

डॉक्टर बी डी कल्ला ने नगर वासियों को स्थापना दिवस की बधाई देते हुए कहा कि बीकानेर पूरे विश्व में अपनी गंगा जमुनी तहजीब के लिए पहचाना जाता है उन्होंने कहा कि बीकानेर का अपना एक अलग सांस्कृतिक भौगोलिक राजनीतिक इतिहास रहा है वर्तमान में बीकानेर को राज्य के अन्य जिलों के समान विकसित करने का पूरा प्रयास किया गया है, उन्होंने कहा कि पिछले चार दशकों में अपने सार्वजनिक जीवन में जनता की ताकत के बल पर बीकानेर का चहुमुखी विकास करवाया गया है |
उन्होंने कहा कि बीकानेर आज पेयजल के मामले में पूरे राजस्थान में अग्रणी जिले के रूप में पहचान रखता है आज बीकानेर शिक्षा के हब के रूप में अपनी पहचान बनाए हुए हैं बीकानेर में चार विश्वविद्यालय एवं अनेक उच्च स्तरीय केंद्रीय व राज्य स्तर के शैक्षणिक संस्थान कार्यरत है ,उन्होंने कहा कि वर्तमान में कुछ ऐसी समस्याएं हैं जिनके लिए ईमानदारी से प्रयास किया गया था परंतु कुछ राजनीतिक कारणों से इन समस्याओं का समाधान नहीं हो पाया।
कल्ला ने बताया कि बीकानेर की महत्वपूर्ण रेल बाईपास समस्या के लिए महत्वपूर्ण प्रयास किए गए थे उन्होंने बताया कि रेल बाईपास की समस्या के लिए राज्य सरकार द्वारा ₹610000000 की राशि स्वीकृत की गई थी साथ ही जमीन एवं बजट का आवंटन भी किया है । कल्ला ने कहा कि नगर स्थापना दिवस के अवसर पर बीकानेर के विकास के लिएआज सबसे महती
आवश्यकता यह है कि अन्य संभाग मुख्यालयों की तरह बीकानेर के तमाम राजनीतिक दल के लोग एक मंच पर आकर बीकानेर की महत्वपूर्ण समस्याओं के लिए अपने राजनीतिक एजेंडे को छोड़कर इमानदारी से एक विचार के साथ एक मंच पर बैठकर समस्याओं के समाधान के लिए प्रयास करेंगे तो निश्चित रूप से बीकानेर राज्य के अग्रणी जिलों में शुमार होगा ,उन्होंने कहा कि रेल बाईपास के अलावा अन्य कोई विकल्प यदि बीकानेर की जनता के लिए उचित है तो उसके लिए भी वे तैयार है।
उन्होंने कहा कि उनका पूरा प्रयास रहेगा कि राज्य सरकार व उनके व्यक्तिगत स्तर पर संसाधनों की कोई कमी ना आए।

बीकानेर में विकास की अनेक संभावनाएं तलाशी जा रही है, बीकानेर में 534 वर्षों के इतिहास में दुनिया का सबसे बड़ा सोलर प्रोजेक्ट लगने वाला है मेघवाल ने मुक्ति संस्था एवं साझी विरासत के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा बीकानेर के विकास में दोनों संस्थाओं की महत्वपूर्ण भूमिका इतिहास में दर्ज हुईं हैं ।

मुक्ति संस्था के अध्यक्ष एडवोकेट हीरालाल हर्ष ने कहा कि हमें आने वाली पीढ़ी को विरासत में विकास के नये अवसर देने होंगे तभी वे शहर को नयी दिशा दे सकेंगे ।
मुख्य समारोह में उपस्थित राजनीतिक नेताओं डॉ सत्य प्रकाश आचार्य, मदन गोपाल मेघवाल, मोहन सुराणा, सुधा आचार्य, राहुल जादुसंगत,
ने एकजुट होकर इस महामारी के दौर में बीकानेर की जनता की सेवा करने का संकल्प लिया और एकजुट होकर राजनीतिक भावनाओं से ऊपर उठते हुए बीकानेर के सर्वांगीण विकास के लिए साथ मिलकर काम करने की अपील की।
इस कार्यक्रम में वरिष्ठ पत्रकार दीपचंद सांखला, कर्मचारी नेता श्री भँवर पुरोहित, साहित्यकार एवं शिक्षाविद श्री शिवराज छंगाणी, डॉ बिठ्ठल बिस्सा,
प्रोफेसर डॉ. अजय जोशी, डॉ. एस एन हर्ष, उद्योगपति के एल बोथरा, सीए सुधीश शर्मा
डॉ नीरज दइया, एडवोकेट ब्रजगोपाल जोशी, अंतर्राष्ट्रीय तीरंदाजी प्रशिक्षक श्री अनिल जोशी, रोट्रेक्ट डी आर आर श्री सुरेंद्र, श्री जयभारत सिंह, श्री एस एन भनोत , डॉ. रेणुका व्यास 'नीलम', सरोज भाटी, डॉ मोहम्मद फारूख, भैरु सिंह राजपुरोहित , युवा अधिवक्ता वीरेन्द्र जोशी, युवा शिक्षाविद् सुभाष चन्द्र, ओम दइया, मोनिका गौड़, राजूराम बिजारनियाँ, तैराकी प्रशिक्षक गिरिराज जोशी जैसे बुद्धिजीवी प्रबुद्ध लोगों ने अपने विचार प्रस्तुत करते हुए कहा कि विकास के साझा प्रयास करने होंगे जिस तरह आज साझा विचार विमर्श हुआ है। कोरोना महामारी के दौर में नगर स्थापना दिवस के मौके पर यह अपनी तरह का पहला और अनूठा वर्चुअल कार्यक्रम था। कार्यक्रम का बेहतरीन संचालन कवि- कथाकार श्री राजेन्द्र जोशी ने किया एवं धन्यवाद ज्ञापित श्री राजाराम स्वर्णकार ने दिया । युवा कवि और मार्केटिंग विशेषज्ञ शशांक शेखर जोशी ने इस कार्यक्रम में तकीनीकी अधिकारी की भूमिका निभाई। तीन घंटे तक चले कार्यक्रम में विभिन्न विषयों पर काम करने वाले लगभग आठ दर्जन से अधिक लोगों ने शिरकत की ।
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